जब आप पूर्ण शारीरिक गतिविधि में होते हैं, तो आपकी सांस लेने की दर बढ़ जाती है, जिससे रक्तप्रवाह अधिक प्राकृतिक तरीके से प्रवाहित होत�
जब आप पूर्ण शारीरिक गतिविधि में होते हैं, तो आपकी सांस लेने की दर बढ़ जाती है, जिससे रक्तप्रवाह अधिक प्राकृतिक तरीके से प्रवाहित होत�